जब अंदाज़ हो अपना ,
तो खुल जाये सपना ....
फिल्मों में ,
सेंसर बोर्ड अनिवार्य है ,
लेकिन ज़िन्दगी में ....,
प्यार बेझिझक करो .
कोई कह न पाए ,
की कुछ रहे गया ,
एहसास यह ,
की ज़िन्दगी का लुत्फ़,
बह गया ,
और तुम ...,
रह गए अधूरे .
बस एक ज़िंदा लाश ,
जिस है नरक की प्यास ,
प्यार के आभाव में .
प्यार ज़िन्दगी है ,
ज़िन्दगी प्यार .
जो यह समझ न पाए ,
वह है बेकार !! 😎😎😎
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तो खुल जाये सपना ....
फिल्मों में ,
सेंसर बोर्ड अनिवार्य है ,
लेकिन ज़िन्दगी में ....,
प्यार बेझिझक करो .
कोई कह न पाए ,
की कुछ रहे गया ,
एहसास यह ,
की ज़िन्दगी का लुत्फ़,
बह गया ,
और तुम ...,
रह गए अधूरे .
बस एक ज़िंदा लाश ,
जिस है नरक की प्यास ,
प्यार के आभाव में .
प्यार ज़िन्दगी है ,
ज़िन्दगी प्यार .
जो यह समझ न पाए ,
वह है बेकार !! 😎😎😎
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